थारी साली छां
|
शब्दार्थ
|
ईसर जी तो पेचो बान्ध गोरांबाई पेंच संवार ओ राज म्हें ईसर थारी साली छां |
ईसर: ईश्वर, शिवजी; पेचो: पगड़ी गोरांबाई: गौरी; पेंच: पगड़ी के घुमाव म्हें: मैं (हम लोग); थारी: आपकी; छां: हैं |
साली छां मतवारी ओ राज
भंवर पटां पर वारी ओ राज केसर की सी क्यारी ओ राज लूंगा की सी बाड़ी ओ राज म्हें ईसर थारी साली छां |
भंवर पटां पर वारी: शिव के बाल पर फिदा लौंग का बगीचा |
ईसर जी तो मोती पैर
गोरांबाई गर्दन सवांर ओ राज म्हें ईसर थारी साली छां |
|
ईसर जी तो बींटी पैर
गोरांबाई आंगली सवांर ओ राज म्हें ईसर थारी साली छां |
बींटी: अंगूठी
|
ईसर जी तो बागो पैर
गोरांबाई कली सवांर ओ राज म्हें ईसर थारी साली छां |
बागो: अंगरखा
|
ईसर जी तो मोचा पैर
गोरांबाई चाल सवांर ओ राज म्हें ईसर थारी साली छां |
मोचा: मोजा
|
साली छां मतवारी ओ राज
भंवर पटा पर वारी ओ राज केसर की सी क्यारी ओ राज लूंगां की सी बाड़ी ओ राज माय बहन स प्यारी ओ राज चावां लूंग सुपारी ओ राज म्हें ईसर थारी साली छां |
Saturday, 5 November 2011
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment